आई0टी0 सम्बन्धी तैयारी
- जी0एस0टी0 लागू करने हेतु एक सुदृढ़ सूचना प्रौधोगिकी संरचना एक अनिवार्य आवश्यकता है तथा इस हेतु ‘स्पेशल परपज व्हीकल‘ के रूप में जी0एस0टी0एन0 (GSTN) की स्थापना की गई है। यह केन्द्र सरकार, राज्य सरकार, करदाताओं तथा अन्य स्टेकहोल्डर्स को सहभागिता आाधारित नेटवर्क उपलब्ध कराएगा। जी0एस0टी0एन0 के कार्यों में पंजीयन हेतु सुविधा देना, रिटर्न को केन्द्रीय तथा राज्य के अधिकारियों को भेजना, IGST की गणना एवं सेटलमेन्ट, कर भुगतानों का बैंको से मिलान, रिटर्न के आधार पर विभिन्न MIS रिपोर्ट उपलब्ध कराना, करदाताओं की प्रोफाईल का अनुशीलन कर आंकड़े उपलब्ध कराना तथा ITC मैचिग, रिवर्सल आदि शामिल हैं।
- जी0एस0टी0एन0 द्वारा एक कामन जी0एस0टी0 पोर्टल बनाया जा रहा है। जिस पर पंजीयन, रिटर्न, पेमेन्ट तथा MIS रिपोर्ट के ढंाचे उपलब्ध होगें। जी0एस0टी0एन0 द्वारा वर्तमान कर प्रणालियों में प्रयोग हो रहे आई0टी0 सिस्टम से भी स्वयं को जोड़ा जा रहा है। जी0एस0टी0एन0 द्वारा 27 राज्यों तथा केन्द्रशासित प्रदेशों के बैक एण्ड माड्यूल का भी निर्माण एवं रखरखाव किया जाएगा। इन राज्यों में उत्तर प्रदेश भी शामिल है। बैकएण्ड माड्यूल में कर निर्धारण, आडिट, रिफन्ड, अपील इन्फोर्समेन्ट आदि पर माड्यूल बनाए जाएगें। अन्य 7 राज्यों एवं CBEC के द्वारा जी0एस0टी0 बैकएण्ड सिस्टम स्वयं बनाने का निर्णय लिया गया है, जी0एस0टी0 के फ्रन्टएण्ड सिस्टम का बैकएण्ड सिस्टम से इन्टीग्रेशन कर इसे पूर्ण कर लिया जाना जी0एस0टी0 युग में जाने हेतु आवश्यक है।