संक्रमणकालीन उपबन्ध
- वर्तमान व्यवस्था से जी0एस0टी0 में अन्तरित होने हेतु सरल प्रावधान बनाए गए हैं।
- वर्तमान में पंजीकृत व्यापारियेां को छः माह के लिए वैध पंजीयन प्रमाण-पत्र प्रारम्भ में जारी किया जाएगा तथा अपेक्षित सूचनाए प्राप्त करा देने पर इसे स्थायी कर दिया जाएगा।
- सेनवैट अथवा वैट से रिटर्न में लाई गई ITC का लाभ कुछ शर्तो के साथ अनुमन्य होगा। कैपिटल गुड्स पर सेनवेट क्रेडिट जिसे रिटर्न में अग्रसारित न किया गया हो, का लाभ भी कुछ शर्तों के अधीन लिया जा सकेगा।
- स्टाक के उपलब्ध इनपुट पर दी गई ड्यूटीज तथा करों का लाभ ITC के रूप में कुछ शर्तो के अधीन दिया जाएगा। यह सुविधा समाधान से सामान्य के रूप में परिवर्तित हो रहे व्यापारी को भी उपलब्ध होगी।
- जी0एस0टी0 लगने से पूर्व भेजा गया माल यदि जी0एस0टी0 लगने के छः माह के अन्दर वापस आता है तो उस पर कोई करदेयता नही होगी। यही प्रक्रिया जाबवर्क अथवा अन्य संवर्धन प्रक्रिया हेतु भेजे गए माल हेतु भी होगी।
- पूर्व की विधि में अनिस्तारित रिफन्ड के आवेदन उसी विधि के अनुसार निस्तारित होगे तथा वापसी नगद में कुछ शर्तों के अधीन होगी। यही प्रक्रिया सेनवैट क्रेडिट/ITC क्रेडिट हेतु भी होगी।
- यदि किसी संव्यवहार पर कर का पूर्ण भुगतान जी0एस0टी0 आने के पूर्व की विधि के अन्र्तगत हों चुका हो, तथा उस संव्यवहार का एक हिस्सा जी0एस0टी0 लागू होने के बाद व्यवहरित किया जा रहा हो तो उस पर कोई करदेयता नही होगी।
- यदि जी0एस0टी0 लगने से पूर्व स्वीकार करने हेतु भेजा गया कोई माल जी0एस0टी0 लगने के बाद अस्वीकार कर छः माह के अन्दर वापस किया जाए तो उस पर कोई करदेयता नहीं होगी।